चुनाव के माहौल के दौरान आम आदमी को लगने वाला का तगड़ा झटका, प्याज के बाद सरसों के तेल की कीमत में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी

अगर बीते एक साल की बात करें तो सरसो का तेल 50 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो चुका है

चुनाव के माहौल के दौरान आम आदमी को लगने वाला का तगड़ा झटका, प्याज के बाद सरसों के तेल की कीमत में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी

चुनाव का माहौल चल रहा है। इस बीच आम आदमी को बड़ा झटका मिला है। सब्जियां लगातार मंहगी हो रही है, प्याज का दाम आसमान छू रहा है इसी बीच सरसो के तेल में भी काफा ज्यादा उछाल आया है। सूत्रों के मुताबिक 4 से 5 दिन में ही सरसो के तेल पर 8 से 15 रुपये प्रति किलोग्राम तक दाम बढ़ चुके हैं। अगर बीते एक साल की बात करें तो सरसो का तेल 50 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो चुका है।

हाल फिलहाल इसके दाम काबू में आते हुए नज़र नहीं आ रहे हैं। ब्लेंडिंग का खत्म होना, सरसो का इस साल कम उत्पादन होना और तेलों के लिए बनी विदेशी नीति में कुछ बदलाव होने के चलते यह असर पड़ रहा है, लेकिन बीते 4 दिन पहले प्रति क्विंटल सरसो के दाम में 300 रुपये की तेजी आने के बाद तेल में फिर से उछाल आ गया है।

खुदरा तेल कारोबारी हाजी इलियास की मानें तो साल 2019 के अक्टूबर में सरसो का तेल 80 से 105 रुपये लीटर तक बिक रहा था, लेकिन जनवरी में पाम आयल पर लगी पाबंदियों के चलते एक लीटर सरसो के तेल के दाम 115 से 120 रुपये लीटर तक पहुंच गए, फिर लॉकडाउन लग गया,  नई सरसो की फसल आई तो पैदावार कम हुई।