बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को सता रहा गिरफ्तारी का डर!, पश्चिम बंगाल में BJP को मिला नया हथियार

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी को ‘झूठ का पुलिंदा’ और ‘देश के लिए सबसे बड़ा अभिशाप’ करार देते हुए भगवा पार्टी को उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती दी.

बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को सता रहा गिरफ्तारी का डर!, पश्चिम बंगाल में BJP को मिला नया हथियार

बिहार चुनाव के बाद देश की निगाहें अगले साल की शुरुआत में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव (Bengal Election) पर टिकी हुई है। पश्चिम बंगाल का चुनाव इसलिए और दिलचस्प हो गया है कि साल 2019 में लोकसभा की 18 सीटें जीतने वाली बीजेपी और सत्तासीन टीएमसी आमने-सामने नजर रही है। आपको बता दें कि अप्रैल-मई 2021 में होने वाले बंगाल चुनाव को लेकर गृहमंतत्री अमित शाह ने तूफानी दौरे किए। जिसके बाद ममता दीदी ने भी बीजेपी को चुनौती देते हुए जनसभा की शुरुआत की है। ममता बनर्जी का कहना है कि बीजेपी बाहरी लोगों की पार्टी है। बंगाल मे ऐसे लोगों के लिए कोई जगह नहीं है जो सिर्फ चुनाव (Bengal Election) के दौरान आते हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी को ‘झूठ का पुलिंदा’ और ‘देश के लिए सबसे बड़ा अभिशाप’ करार देते हुए भगवा पार्टी को उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती दी. ममता बनर्जी ने कहा कि यदि भाजपा उन्हें गिरफ्तार कर लेगी, तो वह जेल से भी आगामी विधानसभा चुनाव में तृणमूल की जीत सुनिश्चित करेंगी. 


ममता ने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह किसी भी सूरत में बंगाल को दंगाग्रस्त गुजरात बनने की इजाजत नहीं देगी, ऐसे लोगों के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है। गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के गृह मंत्री सीमा की समस्याओं को सुलझाने की बजाय बंगाल में आदिवासियों के घर भोजन करने में व्यस्त है। देश की सरहद पर हालात सही नहीं हैं, फिर भी अमित शाह चुनाव में इतने व्यस्त हैं। भाजपा पर तृणमूल कांग्रेस के विधायकों को रिश्वत देकर अपने पाले में लाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी ने किसी का नाम लिये बिना कहा कि कुछ लोग निष्पक्ष होने का नाटक करते हैं. वे इस मुगालते में हैं कि भगवा पार्टी राज्य की सत्ता में आ सकती है.


वहीं पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह राजनीतिक आतंकवाद पर उतर आई है उन्होंने कि मुर्शिदाबाद में तृणमूल के गुंडो ने मुझे काले झंडे दिखाए और मेरी कार पर लाठी और ईंटों से हमले किए। उन्होंने आगे कहा कि बंगाल दूसरा कश्मीर बन गया है। यहां से हर दिन आतंकवादी पकड़े जा रहे हैं और रोजाना अवैध तरीके से बम बनाने वाली फैक्टरियों का भंडाफोड़ हो रहा है। घोष ने कहा कि ममता बनर्जी उन जगहों पर जाती है..जहां उन्हें कोई बुलाता नहीं, अमित शाह की तरह वह भी आदिवासी के घर गई। वह भी खटिया पर बैठी लेकिन अगर मुख्यमंत्री ने विकास किया होता तो उन्हें वहां बैठना नहीं होता।

तृणमूल अध्यक्ष ने कहा, ‘यहां तक कि लालू प्रसाद को सलाखों के पीछे डाल दिया गया. इसके वावजूद उन्होंने अपनी पार्टी का बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित किया. भाजपा की जीत धांधली से हुई है, न कि जनता में लोकप्रियता की वजह से.’ उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011 से ही तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल की सत्ता में है.मां, माटी, मानुस का नारा देने वाली ममता बनर्जी को बंगाल की जनता ने पिछले 10 सालों से सत्ता दे रखी है लेकिन ममता के सामने उस छवि को बनाए रखने की चुनौती है और बीजेपी के लिए यहीं सबसे बड़ा हथियार। बीजेपी भ्रष्टाचार, हिंसा, टोल टैक्स, घुसपैठ और हिन्दू मान्याताओं से जुड़े मसलों को सबसे बड़ा चुनावी एजेंडा बनाने की तैयारी कर रही है। बीजेपी का मानना है कि आंदोलन के रास्ते सत्ता तक पहुंचने वाली ममता बनर्जी चुनाव जीतने में तो कामयाब रही हैं लेकिन बंगाल का दिल नहीं जीत पाई। बहरहाल बंगाल चुनाव में और भी राजनीतिक पार्टियों की एंट्री होने वाली है लेकिन बीजेपी और टीएमसी मे ही कांटे की टक्कर है।