Mann Ki Baat : जिसकी पीएम मोदी ने मन की बात में की थी चर्चा, चिया सीड्स ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में चिया सिड्स की चर्चा की, इसके बाद अब हर तरफ लोग इसके फायदे को जानने के लिए बेताब है।

Mann Ki Baat : जिसकी पीएम मोदी ने मन की बात में की थी चर्चा, चिया सीड्स ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2021 में दूसरी बार अपने "मन की बात" कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले का जिक्र करके कभी अफीम के लिए कुख्यात रहे बाराबंकी जिले को चर्चा में ला दिया. बाराबंकी को यह चर्चा दिलाई "चिया सीड" ने. चीन और अमेरिका में सुपर फूड मानी जानी वाली "चिया सीड" को रिटायर्ड कर्नल हरिश्चंद्र ने बाराबंकी की धरती पर उगाया है. एक विदेशी फसल को बिना किसी सरकारी मदद के अपने संसाधनों के जरिये उगाए जाने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटिस किया. फिर प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में "चिया सीड" की खेती का जिक्र कर हरिश्चंद्र की मेहनत को सम्मान दिया. पीएम मोदी ने कहा कि ये खेती ना सिर्फ हरिशचंद्र जी की आय बढ़ाएगी, बल्कि आत्मनिर्भर भारत में अपना योगदान भी देगी.

धरती पर जितने भी खाद्य पदार्थ उगाए जाते हैं उनमें चिया सिड्स (Chia Seeds) सबसे ज्यादा हेल्दी फूड में से एक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में चिया सिड्स की चर्चा की, इसके बाद अब हर तरफ लोग इसके फायदे को जानने के लिए बेताब है। चिया सिड्स में भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो शरीर के लिए कई तरह से लाभदायक है। पीएम मोदी ने कहा कि हेल्थर अवेयरनेस से जुड़े लोगों में चिया सीड की मांग है। भारत में इसे पहले बाहर से मंगाया जाता था, लेकिन अब देश में चिया सीड उत्पाादन में आत्मसनिर्भरता आ गई है।


पोषक तत्वों से भरपूर:

जैसा कि पता है चिया सीड (Chia Seeds) में जितने पोषक तत्व मौजूद हैं, उतनी धरती पर बहुत कम चीजों में मौजूद है। इसे सुपर फूड भी कहा जाता है। लगभग 28 ग्राम चिया सीड में 11 ग्राम फाइबर, 4 ग्राम प्रोटीन, 9 ग्राम फैट (5 ग्राम ओमेगा-3) 18 प्रतिशत कैल्सियम, 30 प्रतिशत मैगनीज, 30 प्रतिशत मैग्नीशियम और 27 प्रतिशत फॉस्फोरस पाया जाता है। इसके अलावा जिंक, विटामिन बी-3, पोटैशियम, विटामिन बी-1, विटामिन बी 2 भी पाया जाता है।

एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर:

चिया सीड (Chia Seeds) में अधिकतम संख्या में एटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है जो कई तरह की बीमारियों से शऱीर की रक्षा कर सकता है। इसमें ऐसे एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते है जो शरीर में फ्री रेडिकल बनने से रोकते है। शरीर की कोशिका में जब फ्री रेडिकल बनने लगते हैं तो यह कोशिका में मौजूद अणु को नष्ट करने लगता है जिससे शरीर में जल्दी एजिंग का प्रभाव दिखने लगता है और कैंसर जैसी कोशिका की वृद्धि होने लगती है।

प्रोटीन से भरपूर:

मोटापे से पीड़ित व्यक्ति के लिए चिया सीड (Chia Seeds) का सेवन बहुत अच्छा है। क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। अगर भोजन को कम करना है तो मोटापे से पीड़ित लोग इसका सेवन कर भूख को मिटा सकते हैं।

ओमेगा-3 फैटी एसिड:

अध्ययन के मुताबिक चिया सीड (Chia Seeds) के सेवन से खून में एएलए और ईपीए का स्तर बढ़ जाता है क्योंकि इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जो शरीर के लिए अच्छा है।

हरिश्चंद्र बताते हैं की चिया सीड की खेती से प्रति एकड़ में छह से सात क्विंटल उपज प्राप्त होती है. इसकी खेती में प्रति एक एकड़ में बीस से तीस हजार रुपये तक का खर्चा आता है. आधा एकड़ में बीज के लिए उन्होंने इसे उगाया है. अब इस साल ज्यादा क्षेत्र में इसे उगाने की योजना है. नए प्रयोग कर करते हुए खेती-किसानी से नाम कमाने वाले हरिश्चंद्र ने कभी यह नहीं सोचा था कि उनकी खेती को प्रधानमंत्री के स्तर से सराहना मिलेगी. फिलहाल वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की इच्छा रखते हैं. वह मुख्यमंत्री को बताना चाहते हैं कि किस खेती में किस तरह के नये प्रयोग करते हुए वह काला गेंहू और ड्रैगन फ़ूड और रेड ऐपल बेर तथा ग्रीन ऐपल बाराबंकी की धरती पर उगा रहें हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वह अपने खेत में उगाए ऐपल और रेड ऐपल बेर देना चाहते हैं.