हाथरस गैंगरेप : रोते रहे मां-बाप, पुलिस ने एक न सुनी.. नहीं सौंपा गया शव, पुलिस ने ही रात में कर दिया गैंगरेप पीड़िता का अंतिम संस्कार

19 साल की युवती के साथ गैंग रेप के बाद उसकी मौत हो गई

हाथरस गैंगरेप : रोते रहे मां-बाप, पुलिस ने एक न सुनी.. नहीं सौंपा गया शव, पुलिस ने ही रात में कर दिया गैंगरेप पीड़िता का अंतिम संस्कार

उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड ने पूरे देश को एक बार फिर दिल्ली निर्भया कांड की याद दिला दी। 19 साल की युवती के साथ गैंग रेप के बाद उसकी मौत हो गई। वहीं इस पूरी घटना में पुलिस का अमानवीय चहरा भी सामने आया है। हाथरस गैंगरेप पीड़िता का शव देर रात गांव पहुंचा और ग्रामीणों के भारी विरोध के बीच पुलिस ने अंतिम संस्कार कर दिया गया। हालांकि जब आधी रात में शव गांव पहुंचा तो ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं थे। लेकिन पुलिस ने भारी विरोध के बावजूद पीड़िता का अंतिम संस्कार करा दिया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है।


वहीं, परिवार ने शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि वो न्याय चाहते हैं।पुलिस भी परिवार को मनाने में जुटी रही। गैंगरेप पीड़िता का शव रात में 12:45 पहुंचा. एंबुलेंस को जब अंतिम संस्कार के लिए ले जाया रहा था तो लोगों ने उसे रोक दिया। एंबुलेंस पीड़िता के गांव के पास रात 2:35 बजे तक रुकी रही। 2:45 बजे बार-बार असफल प्रयासों के बाद पुलिस ने एम्बुलेंस को अंतिम संस्कार के लिए रवाना किया। इसके बाद पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया।

मृतका के चाचा भूरी सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस दबाव बना रही थी कि शव का अंतिम संस्कार कर दें। जबकि बेटी के मां-बाप और भाई कोई भी यहां मौजूद नहीं है, वे लोग दिल्ली में ही हैं और अभी पहुंचे भी नहीं हैं। रात में अंतिम संस्कार न करने और परिवार का इंतजार करने की बात कहने पर पुलिस ने कहा कि अगर नहीं करोगे तो हम खुद कर देंगे।