अयोध्या-रामेश्वरम ट्रेन में भगवा पहन बर्तन उठा रहे वेटर
आईआरसीटीसी की रामायण एक्सप्रेस में वेटरों को साधुओं की वेशभूषा पहनाए जाने पर संत समाज ने आपत्ति जताई है.
 
                                रामायण सर्किट स्पेशल ट्रेन में सर्विस देने वाले वेटर्स की ड्रेस पर उज्जैन के साधु-संतों ने आपत्ति जताई है. दरअसल इस ट्रेन के वेटर्स को भगवा कपड़े, धोती, पगड़ी और रुद्राक्ष की माला पहनाई गई है. सोशल मीडिया पर सामने आए VIDEO में वेटर्स संतों की वेशभूषा में लोगों को खाना सर्व कर रहे हैं, वही लोग जूठे बर्तन उठाते नजर आ रहे हैं.
इस मामले को लेकर अखाड़ा परिषद के पूर्व महामंत्री अवधेश पुरी ने रेल मंत्री को पत्र भी लिखा है. साधु संतों ने वेशभूषा बदलने को लेकर साफ अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर ड्रेस नहीं बदली गई तो रामायण एक्सप्रेस को चलने नहीं दिया जाएगा. अखाड़ा परिषद के पूर्व महामंत्री डॉ अवधेश पुरी ने बताया कि रामायण सर्किट एक्सप्रेस में वेटर को भगवा वस्त्र पहनाने से साधु संतों की भावनाएं आहत हो रही हैं. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम साधु संतों का काफी आदर करते थे लेकिन रामायण के नाम पर चलाई जा रही एक्सप्रेस ट्रेन में वेटरों को साधु संतों की वेशभूषा पहनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
अखाड़ा परिषद के पूर्व महामंत्री परमहंस अवधेश पुरी महाराज ने कहा है कि जल्द ही वेटर्स की वेशभूषा को बदला जाए, वरना 12 दिसंबर को निकलने वाली अगली ट्रेन का संत समाज विरोध करेगा और ट्रेन के सामने हजारों हिन्दुओं को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा.
गौरतलब है कि आईआरसीटीसी ने सात नवंबर से रामायण एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की है. इसमें श्रद्धालुओं को अयोध्या, चित्रकूट समेत भगवान राम से जुड़े धार्मिक स्थलों की यात्रा कराई जा रही है. आईआरसीटीसी की इस ट्रेन का एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें ट्रेन में तैनात वेटर संतों की तरह भगवा रंग के कपड़े पहने हुए लोगों को खाना परोस रहे हैं.
 
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