DRDO ने इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के साथ मिलकर बनाई मिसाइल, पलक झपकते ही ध्वस्त कर देगी टारगेट
यह मिसाइल 70 किलोमीटर के दायरे में आने वाली किसी भी मिसाइल, लड़ाकू विमान, हेलीकाप्टर, ड्रोन, निगरानी विमानों को मार गिराने में पूरी तरह से सक्षम है
भारत ने मध्यम दूरी की जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल MRSAM Missile का बुधवार को सफल परीक्षण किया। यह मिसाइल 70 किलोमीटर के दायरे में आने वाली किसी भी मिसाइल, लड़ाकू विमान, हेलीकाप्टर, ड्रोन, निगरानी विमानों को मार गिराने में पूरी तरह से सक्षम है। दिलचस्प बात ये है कि डीआरडीओ ने इसे इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के साथ मिलकर मिसाइल विकसित की है।
दरअसल, बुधवार को 3:52 बजे उड़ीसा के चांदीपुर के एलसी-3 से इस मिसाइल का परीक्षण किया गया. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह हवा में एक साथ आने वाले कई टारगेट या दुश्मनों पर 360 डिग्री घूम कर एक साथ हमला कर सकती है। यह पलक झपकते ही टारगेट को ध्वस्त कर देगी।
परीक्षण के दौरान एक मानवरहित वायु वाहन, बंशी को पहले हवा में उड़ाया गया था, जिसे MRSAM ने टक्कर मारी। MRSAM का निर्माण भारत डायनेमिक्स लिमिटेड ने किया है। बताया गया है कि भारतीय सेना में शामिल होने के बाद यह मिसाइल रक्षा बलों की लड़ाकू प्रभावशीलता को मजबूत करेगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रक्षेपण से लेकर समुद्र में डूबने तक के पूरे मिशन के दौरान विभिन्न रडार और इलेक्ट्रो-ऑप्टिको उपकरणों की निगरानी की गई थी। एक अधिकारी ने बताया कि परीक्षण से पहले बालासोर जिला प्रशासन ने डीआरडीओ के परामर्श से अस्थायी रूप से करीब 8000 लोगों को बुधवार सुबह ही निकटतम शेल्टर सेंटरों में लॉन्च पैड के 2.5 किमी के आसपास के दायरे में करवा दिया था।
Ruchi Sharma