महंत परमहंस दास बोले- बलात्कारी मानसिकता वाले लोग मनाते हैं Valentine's Day

तमाम हिन्दू संगठन वैलेंटाइन्स डे को सनातन धर्म की परंपराओं के खिलाफ बताते रहे हैं. इसी सिलसिले में अब अयोध्या के संतों ने भी वैलेंटाइन्स डे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

महंत परमहंस दास बोले- बलात्कारी मानसिकता वाले लोग मनाते हैं Valentine's Day

कपल्स का सबसे चहेता वैलेंटाइन्स डे हमेशा से ही सवालों और विवादों से घिरा रहता है. तमाम हिन्दू संगठन वैलेंटाइन्स डे को सनातन धर्म की परंपराओं के खिलाफ बताते रहे हैं. इसी सिलसिले में अब अयोध्या के संतों ने भी वैलेंटाइन्स डे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. महंत परमहंस दास ने वैलेंटाइन्स डे मनाने वालों को एंटी नेशनल और दुराचारी करार दिया है. परमहंस दास ने कहा कि रोम में वेलेंटाइन नाम का व्यक्ति था जो दुराचारी था और उसे 14 फरवरी को फांसी हुई थी. उसी के लिए उसके पथभ्रष्ट अनुयायी वैलेंटाइन्स डे मनाते हैं.

परमहंस दास ने कहा कि बलात्कारी मानसिकता वाले लोग आज भी वैलेंटाइन्स डे सेलिब्रेट करते हैं. उन्होंने कहा कि भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के किसी भी देश के लोगों को वैलेंटाइन डे नहीं मनाना चाहिए. महंत परमहंस दास के इन विचारों को लेकर जब हमने लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्र, छात्राओं से उनकी राय जाननी चाही तो सभी ने एक सुर में महंत परमहंस दास के विचारों से असहमति जताई. उन्होंने कहा कि वैलेंटाइन वीक में युवा अपनी भावनाओं का इजहार करते हैं और ऐसा नहीं है कि ये लोग बलात्कारी या एंटी नेशनल विचारधारा के लोग होते हैं.

लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं ने कहा कि वैलेंटाइन्स डे को लेकर आपके कैसे विचार हैं, ये पूरी तरह से व्यक्ति विशेष का मामला है कि वे इसे लेकर क्या जानते हैं और क्या सोचते हैं. उन्होंने कहा कि यदि किसी को वैलेंटाइन्स डे मनाना है तो मनाएं और नहीं मनाना तो न मनाएं, लेकिन इसे लोगों के ऊपर ही छोड़ देना चाहिए. बता दें कि हर साल 7 फरवरी को रोज डे के साथ ही वैलेंटाइन वीक की शुरुआत हो जाती है, जो 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के साथ खत्म हो जाती है.