शेयर बाजार में मई के बाद अबतक की सबसे बड़ी गिरावट,बाजार में मचा हाहाकार

कारोबारियों के मुताबिक, इकोनॉमिक रिकवरी को लेकर बढ़ती चिंताओं और केंद्रीय बैंकों द्वारा नए सिरे से प्रोत्साहन पैकेज नहीं दिए जाने से वैश्विक बाजारों में बिकवाली देखने को मिल रही है।

शेयर बाजार में मई के बाद अबतक की सबसे बड़ी गिरावट,बाजार में मचा हाहाकार

पिछले छह सत्रों में शेयर बाजार  में लगातार गिरावट आई जिससे निवेशकों की 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक रकम डूब गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों और अर्थव्यवस्था में जल्द सुधार की उम्मीद धूमिल पड़ने से दुनिया के तमाम शेयर बाजारों के साथ घरेलू शेयर बाजारों में भी आज भारी गिरावट देखी गई . इन 6 कारोबारी सत्रों में बीएसई सेंसेक्स में करीब 2750 अंक यानी 7 फीसदी गिरावट आई है।चारो तरफ बिकवाली के बीच शेयर बाजार में तीन महीने से अधिक की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। लगातार छठे दिन लुढ़कता हुआ सेंसेक्स 1,114.82 अंक यानी 2.96 प्रतिशत की गिरावट में 36,553.60 अंक पर बंद हुआ जो 16 जुलाई के बाद का निचला स्तर है। 


 हिंदुस्तान यूनिलिवर को छोड़कर सेंसेक्स की शेष सभी कंपनियाँ गिरावट में रहीं। इंडसइंड बैंक का शेयर सात प्रतिशत, बजाज फाइनेंस और महिंद्रा एंड महिंद्रा का छह प्रतिशत तथा टेक महिंद्रा और टीसीएस का शेयर पाँच प्रतिशत से अधिक लुढ़क गया। बीएसई के स्मॉलकैप और मिडकैप सूचकांकों में 2.28 फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई। ।कारोबारियों के मुताबिक, इकोनॉमिक रिकवरी को लेकर बढ़ती चिंताओं और केंद्रीय बैंकों द्वारा नए सिरे से प्रोत्साहन पैकेज नहीं दिए जाने से वैश्विक बाजारों में बिकवाली देखने को मिल रही है।

आईटी और टेक समूहों के सूचकांकों में चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही। बीएसई में कुल 2,025 कंपनियों में गिरावट आई, जबकि 625 एडवांस और 162 में कोई बदलाव नहीं हुआ। बीएसई आईटी इंडेक्स में 4.45 फीसद की गिरावट के साथ सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट रही और इसके बाद टेक, ऑटो, मेटल, रियल्टी, बेसिक मटीरियल, बैंक्स और फाइनेंस में गिरावट आई