भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को WHO इस हफ्ते दे सकता है मंजूरी : सूत्र
दरअसल, वर्तमान में कोवैक्सीन डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन उपयोग सूची का हिस्सा नहीं है और इसी वजह से भारत में इस्तेमाल किए जाने वाले कोवैक्सीन टीके को कई देशों द्वारा मान्यता नहीं दी गई है
भारत बायोटेक के कोरोना-रोधी टीके कोवैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मंजूरी इसी सप्ताह मिलने उम्मीद है, सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। दरअसल, वर्तमान में कोवैक्सीन डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन उपयोग सूची का हिस्सा नहीं है और इसी वजह से भारत में इस्तेमाल किए जाने वाले कोवैक्सीन टीके को कई देशों द्वारा मान्यता नहीं दी गई है।
इसका सबसे ज्यादा नुकसान उनलोगों को उठाना पड़ रहा है, जो अपने काम या किसी और वजह से उन देशों की यात्रा करना चाहते हैं, जहां डब्ल्यूएचओ द्वारा कोवैक्सीन को मंजूरी नहीं मिलने से उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा हुआ है। डब्ल्यूएचओ के दिशा-निर्देश के मुताबिक आपात इस्तेमाल सूचीबद्ध (ईयूएल) ऐसी प्रक्रिया है जिसके तहत लोक स्वास्थ्य संकट के समय नए या गैर लाइसेंस प्राप्त उत्पादों के इस्तेमाल की मंजूरी दी जाती है।
हालांकि कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग सूची में शामिल कराने के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज भारत बायोटेक द्वारा डब्ल्यूएचओ को नौ जुलाई तक जमा कर दिए गए थे और एजेंसी द्वारा समीक्षा प्रक्रिया भी शुरू हो गई थी। ऐसे में जल्द ही कोवैक्सीन को डब्ल्यूएचओ से मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। वर्तमान में डब्ल्यूएचओ ने फाइजर-बायोएनटेक, एस्ट्राजेनेका-एसके बायो-सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, एस्ट्राजेनेका ईयू, जानसेन, मॉडर्ना और सिनोफार्म के टीकों को आपात उपयोग के लिए मंजूरी दी है।
Ruchi Sharma