गोरखपुर में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ, पिछली सरकारों ने जिसे असंभव बताया उसे पीएम मोदी ने कर दिखाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर का फर्टिलाइजर कारखाना 10 जून 1999 को बन्द हो गया था। 1990 से 2014 तक 24 वर्षों तक किसी ने भी इसकी सुधि नहीं ली
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर में खाद कारखाना का शुभारंभ पूर्वी उत्तर प्रदेश के उस सपने को साकार करने जैसा है जो विपक्ष के लिए असंभव हो गया था। तीन दशकों में पांच-पांच सरकारों ने हामी भरने के बाद इसे असंभव बताया था। लेकिन उसे संभव बनाया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने। 'मोदी है तो मुमकिन है' कहावत को चरितार्थ करते हुए इसे संभव बनाकर दिखाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर का फर्टिलाइजर कारखाना 10 जून 1999 को बन्द हो गया था। 1990 से 2014 तक 24 वर्षों तक किसी ने भी इसकी सुधि नहीं ली। 2016 में प्रधानमंत्री ने गोरखपुर में आकर इसी कारखाने का शिलान्यास किया था। यहां नया कारखाना बनकर तैयार है। पुराने कारखाना की तुलना में यह चार गुना अधिक क्षमता का बनाया गया है। कारखाना का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री ने किया था और लोकार्पण भी उन्हीं के हाथ से हो रहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर व पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहले मलेरिया फिर कालाजार, इंसेफेलाइटिस से हजारों मौतें होती थी लेकिन केंद्र एवं राज्य की सरकारें मौन बनकर इस दृश्य के प्रति तमाशबीन रहती थी। प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री ने देश के कोने-कोने में स्वास्थ्य सुविधा का विकास किया। गोरखपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का शिलान्यास 2016 में किया था और लोकार्पण आज हुआ। उत्तर प्रदेश 17 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन देने जा रहा है। देश में 130 करोड़ लोगों को टीकाकरण होने जा रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सिनेशन मूवमेंट भारत ने चलाया है।
Ruchi Sharma