MP Election: मध्य प्रदेश  का सियासी उबाल, कांग्रेस ने अब बागियों के खिलाफ हाईकोर्ट में दायर की याचिका

राजनीति छोड़कर ठेकेदारी करने का मूड बनाया था, खुद बताया था कि क्यों नहीं लड़ते विधानसभा चुनाव

 MP Election: मध्य प्रदेश  का सियासी उबाल, कांग्रेस ने अब बागियों के खिलाफ हाईकोर्ट में दायर की याचिका

मध्य प्रदेश में सियासी बबाल थमने का नाम नही ले रहा हैI  कांग्रेस ने एक बार फिर बागियों को लेकर तीखे तेवर दिखाए हैं। कांग्रेस ने अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कांग्रेस के 25 बागी विधायक जो कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी के हो गए। उनको लेकर काग्रेस ने हाईकोर्ट में एक पिटीशन दायर की है। दायर याचिका में कांग्रेस ने 25 बागियों से उपचुनाव मे होने वाली खर्च राशी की वसूली को लेकर हाई कोर्ट में याचिका लगाई है। कांग्रेस का कहना है कि यह 25 बागी विधायक पहले से ही कांग्रेस से चुनाव जीतकर विधायक थे। लेकिन इन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन की और अब फिर विधायकी के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। जब उन्हें विधायक ही रहना था तो विधायकी छोड़ी क्यों। बहरहाल महाराज सिंधिया एक ओर सभी सीटों पर जीतने का दावा कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर कांग्रेस बागी विधायकों के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।


कोरोना काल में हो रहे चुनाव को देखते हुए नई गाइडलाइन के मुताबिक अब चुनावी सभा में 100 लोगों की जो सीमा निर्धारित की गई थी उसको अब खत्म कर दिया गया है, वहीं इन सभी राजनीतिक आयोजन में कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसी गाइडलाइन पालन करना होगा। 


उचुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों की  तैयारियां जोर शोर से तेजी से चल रही है। वहीं लगातार चुनावी दौरा कर रही बीजेपी अब ग्वालियर चंबल इलाके पर अपना ध्यान केन्द्रित कर रही है। इसी बीच पांच दिवसीय दौरे पर ग्वालियर पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ जीतकर मध्य प्रदेश में बीजेपी का परचम लहरायेगी । सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा मैं समझता हूं ये उपचुनाव  नहीं है, बल्कि एक प्रादेशिक चुनाव है। कई ऐसे राज्य हैं जहां पर 40-50 सीटें होती है।


कमलनाथ पर हमला बोलते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अगर वह कहते हैं कि ग्वालियर चंबल संभाग की जिम्मेदारी मेरी थी तो में कई बार उनसे मिला। कभी भी कमलनाथ ने एक कदम विकास को लेकर बात नहीं की। मैं कमलनाथ जी से पूछना चाहता हूं 15 महीने सीएम रहे, उनका चेहरा एक बार भी चंबल अंचल में नहीं देखा। क्या कमलनाथ ने एक बार भी ग्वालियर की तरफ रुख किया था? क्या उनका चेहरा किसी ने भी ग्वालियर में देखा है। ग्वालियर चंबल सहित पूरे मध्य प्रदेश की जनता के साथ कांग्रसे ने गद्दारी की हैI