नीरव मोदी प्रत्यर्पण मामला: लंदन कोर्ट में सुनवाई के समय चली ऑर्थर रोड जेल की वीडियो, जानिए

भारत सरकार के वीडियो के अनुसार उस बैरक में बहुचर्चित अपराधियों को रखा जाता है। माल्या अभी जमानत पर हैं। प्रत्यर्पण के खिलाफ माल्या की अंतिम अपील मई में खारिज हो गयी थी।

नीरव मोदी प्रत्यर्पण मामला: लंदन कोर्ट में  सुनवाई के समय  चली ऑर्थर रोड जेल की वीडियो, जानिए

नीरव मोदी के प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई कर रही ब्रिटेन की एक अदालत ने सोमवार को मुंबई की आर्थर रोड जेल के एक नए वीडियो की समीक्षा की। भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी ( Nirav Modi ) के भारत प्रत्यर्पण को लेकर दायर मुकदमे की सुनवाई लंदन की अदालत में फिर से शुरू हो चुकी है। उसे सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया। यह सुनवाई पांच दिनों तक चलेगी और 11 सितंबर को खत्म हो जाएगी। खास बाम तो ये है कोर्ट के सामने मुंबई ऑर्थर जेल का वीडियो दिखाया गया, जहां पर प्र‌त्र्यपण के बाद रखा जाएगा। आपको बता दें कि नीरव मोदी की जमानत याचिका पांच बार खारिज हो चुकी है। सोमवार को ही प्रवर्तन निदेशालय की लंदन पहुंचकर सुनवाई में शामिल हुई है।


भारत सरकार द्वारा लगाए गए धनशोधन और धोखाधड़ी के आरोपों में अगर भगोड़े हीरा कारोबारी का प्रत्यर्पण होता है तो उसे उसी जेल में रखा जाएगा। पंजाब नेशनल बैंक के साथ करीब दो अरब अमेरिकी डॉलर घोटाला मामले में भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रही क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) ने अदालत को वीडियो दिखाया और जेल में कोरोना वायरस परीक्षण तथा अन्य सुरक्षा उपायों के संबंध में कुछ जानकारी दी। यह वीडियो 2018 में किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या के खिलाफ प्रत्यर्पण मामले में तैयार किए गए वीडियो जैसा ही था। माल्या को भी बैरक 12 में ही रखा जाना है।

भारत सरकार के वीडियो के अनुसार उस बैरक में बहुचर्चित अपराधियों को रखा जाता है। माल्या अभी जमानत पर हैं। प्रत्यर्पण के खिलाफ माल्या की अंतिम अपील मई में खारिज हो गयी थी।


मार्च 2019 में गिरफ्तारी के बाद से दक्षिण-पश्चिम लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद नीरव मोदी के खिलाफ सुनवाई के दूसरे चरण में प्रथम दृष्टया मामला स्थापित करने पर बहस पूरी होने की उम्मीद है। नीरव मोदी को सबूतों को गायब करने और गवाहों को डराने-धमकाने जैसे अतिरिक्त आरोप भी लगाए गए हैं। नीरव मोदी पर सबूतों के गायब करने और गवाहों को धमकी देने का भी आरोप है। अदालत ने तीन नवंबर को अतिरिक्त सुनवाई भी निर्धारित की है। सोमवार को पांच दिवसीय सुनवाई का पहला दिन था और यह शुक्रवार तक चलेगी। इस मामले में फैसला इस वर्ष के अंत तक आने की संभावना है । अंतिम सुनवाई एक दिसंबर को होनी तय है।