आफत में घिरी मुंबई, भिवंडी हादसा लगातार बढ़ रही है मरने वालों की संख्या, अब तक 35 लोगों की गई जान
भारी बारिश का कहर तो वहीं कोरोना भी तेजी से आफत बनी हुई है।महाराष्ट्र के भिवंडी हादसा सबसे भायनक हादसा रहा है
महाराष्ट्र इस समय हर तरह की मुसीबत से घिरा है। भारी बारिश का कहर तो वहीं कोरोना भी तेजी से आफत बनी हुई है।महाराष्ट्र के भिवंडी हादसा सबसे भायनक हादसा रहा है। इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। तीन मंजिला इमारत के ढहने के हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है।
जानकारी हो कि मंगलवार को सात और लोगों के शव मलबे से निकाले गए थे। हालांकि करीब 25 लोगों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। जानकारी के मुताबिक मरने वालों में दो वर्ष से 15 वर्ष के 11 बच्चे भी शामिल हैं। एक अधिकारी ने बताया कि 43 वर्ष पुरानी ‘जिलानी बिल्डिंग’ सोमवार तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर ढह गई थी। इमारत में करीब 40 फ्लैट थे और करीब 150 लोग यहां रहते थे।
भिवंडी, ठाणे शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित है। उन्होंने बताया कि इमारत गिरने के मामले में नगर निकाय के दो अधिकारियों को निलंबित भी किया गया है। इमारत के मालिक के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है। धमनकर नाका के पास नारपोली में पटेल कम्पाउंड में स्थित यह इमारत जिस समय ढही, उस समय उसमें रहने वाले लोग सो रहे थे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) और ठाणे आपदा अनुक्रिया बल (टीडीआरएफ) के कर्मचारी मौके पर मौजूद हैं और खोज अभियान जारी है।
यह इमारत भिवंडी-निजामपुर नगर निगम की जीर्ण-शीर्ण इमारतों की सूची में शामिल नहीं थी। भिवंडी के पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे ने बताया कि इमारत गिरने के बाद नगर निकाय के अधिकारियों की शिकायत पर इमारत के मालिक सैयद अहमद जिलानी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
शिंदे ने बताया कि बृहन्मुंबई नगर निगम ने मामले में दो वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित किया है। एक जांच समिति का भी गठन किया गया है, जिसमें सहायक नगर नियोजक (टाउन प्लैनर) शामिल हैं। नगर निकाय अधिकारी ने बताया कि इमारत के लोगों को कथित अनियमितताओं के लिए 2019 और इस साल फरवरी में नोटिस भेजे गए थे, परंतु किराया कम होने की वजह से लोगों ने घर खाली नहीं किए।
Ruchi Sharma